Republic Day Speech in Hindi –
- स्पीच में सबसे पहले कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों, प्रधानाचार्य व शिक्षकों को प्रणाम करें। – गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है, इसका मकसद क्या है। इससे अपने भाषण की शुरुआत करें। – यह बताते हुए शुरुआत करें कि 26 जनवरी को देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है|
- गणतंत्र दिवस मनाने का उद्देश्य – गणतंत्र दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि 26 जनवरी 1950 को पूरे 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगा कर बनाया गया संविधान लागू किया गया था और हमारे देश भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया।
इस दिन परेड का भी आयोजन होता है। स्कूल और कॉलेजों के छात्र सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इस दिन लोग विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हैं और अपने देश के प्रति अपने समर्पण को पुनः बढ़ाते हैं। हमारा संविधान हमें यह याद दिलाता है कि हम सभी एक समान और एक ही देश के नागरिक हैं। हमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अगली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाना है।
गणतंत्र दिवस पर क्या बोले? – मैं देश की प्रगति में योगदान देने वाले प्रत्येक नागरिक की सराहना करती हूं। भारत की संस्कृति और सभ्यता के अग्रदूत, प्रवासी भारतीयों का भी मैं अभिवादन करती हूं। इस अवसर पर, मैं उन बहादुर जवानों की विशेष रूप से,सराहना करती हूं,जो हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं और किसी भी त्याग तथा बलिदान के लिए सदैव तैयार रहते हैं।
गणतंत्र दिवस का महत्व क्या है? –
भारत के इतिहास में 26 जनवरी का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था।
गणतंत्र दिवस पर मेहमानों का स्वागत कैसे करते हैं? एंकर 1: अब, हम अपने सम्मानित अतिथि [अतिथि का नाम] को सुनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं, एक सम्मानित व्यक्ति जो हमारे राष्ट्र के लिए गणतंत्र दिवस के महत्व पर अपने विचार साझा करेंगे। कृपया मंच पर [अतिथि नाम], [अतिथि शीर्षक] का स्वागत करें।
गणतंत्र दिवस 2024 का विषय क्या है?
2024 में गणतंत्र दिवस की थीम क्या होगी? 2024 में गणतंत्र दिवस की थीम ‘ भारत- लोकतंत्र की जननी ‘ है।
भारत का पहला गणतंत्र दिवस कब था?
26 जनवरी 1950 को, भारत का संविधान एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू हुआ, जिसके साथ भारत एक स्वतंत्र गणराज्य बन गया। इसलिए, हर साल 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। एक कैडेट के रूप में पहली बार गणतंत्र दिवस मनाना एक गौरवपूर्ण अनुभूति का क्षण था।
भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था और तब से हम सब इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। जब हमारा देश 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ तो उस समय भारत के पास अपना कोई संविधान नहीं था लेकिन बाद में डॉ. बीआर अंबेडकर के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया गया और भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया गया।
भारत में हर साल रिपब्लिक डे यानि गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है। राजपथ (कर्तव्यपथ) पर गणतंत्र दिवस की झांकी निकाली जाती है। 26 जनवरी की रैली में भारतीय सेना के जवान अपना अपना शौर्य व पराक्रम दिखाते हैं। स्कूलों में रिपब्लिक डे स्पीच का आयोजन किया जाता है। ऐसे में यदि आपको भी 26 जनवरी पर भाषण देना है तो हम आपके लिए लाए हैं गणतंत्र दिवस पर सबसे बेस्ट भाषण, जो आपके लिए काफी मददगार साबित होगा।
रिपब्लिक डे स्पीच (Republic Day Speech In Hindi)
जैसा कि हम सभी जानते हैं, भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था और तब से हम सब इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। जब हमारा देश 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजी हुकूमत से आजाद हुआ तो उस समय भारत के पास अपना कोई संविधान नहीं था, लेकिन बाद में काफी विचार-विमर्श के बाद डॉ. बीआर अंबेडकर के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया गया और भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया गया। भारतीय संविधान के इस मसौदे को विधान परिषद के समक्ष प्रस्तुत किया गया और 26 नवंबर 1949 में इसे अपनाया गया, लेकिन 26 जनवरी 1950 में इसे प्रभावी रूप से लागू किया गया।
आज हम सब यहां इस स्पेशल दिन को मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं, जो हमें मजबूत राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ने साहस और प्रेरणा देता है। यह दिन हमें भारत गणराज्य की स्थापना की याद दिलाता है। इस दिन हम उन महापुरुषों को भी याद करते हैं, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलवाने और भारतीय संविधान को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनकी बदौलत ही भारत आज एक गणराज्य देश कहलाता है। हमारे महान भारतीय नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्र शेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार बल्लभ भाई पटेल और लाल बहादुर शास्त्री आदि ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।
इस वर्ष हम 73वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। गणतंत्र का अर्थ है देश में रहने वाले लोगों की सर्वोच्च शक्ति और केवल जनता को ही देश को सही दिशा में ले जाने के लिए अपने प्रतिनिधियों को राजनीतिक नेता के रूप में चुनने का अधिकार है। भारतीय संविधान की शक्तियों के कारण ही हम देश में अपने पसंद का प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं को चुन सकते हैं। हमारे महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत में “पूर्ण स्वराज” के लिए 200 वर्षों से भी अधिक समय तक संघर्ष किया है। उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि उनकी आने वाली पीढ़ियां किसी की गुलाम बनकर न रहे और स्वतंत्र रूप से अपने अधिकारों का निर्वहन कर सके।
हम सबको यह प्रतिज्ञा करनी होगी कि हमें भी अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य बनाना होगा। भारत देश को एक मजबूत राष्ट्र बनाएंगे। हम सब मिलकर सशक्त भारत का निर्माण करेंगे। सभी नागरिकों को संविधान के प्रति सजग करेंगे और सबको समान रूप से जीने का अवसर प्रदान करेंगे। हमें अपने सामाजिक मुद्दों जैसे गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, ग्लोबल वार्मिंग, असमानता आदि के बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि आगे बढ़ने के लिए उन्हें हल किया जा सके।