दिव्यांग बच्चों का एक्स्पोज़र टूर Exposure tour for differently abled children
दिव्यांग बच्चों का एक्स्पोज़र टूर Exposure tour for differently abled children – दिव्यांग विद्यार्थियों को एक्स्पोज़र विजिट कराने के उद्देश्य से शनिवार को धार्मिक स्थल सिमरिया एवं ऐतिहासिक स्थल देवगढ़ किले का भ्रमण कराया गया । एडीपीसी गिरीश शर्मा ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन कर 10 विद्यार्थी को चयनित किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी जी एस बघेल के संरक्षण में चयनित दिव्यांग छात्र छात्राओं को धार्मिक स्थल सिमरिया एवं देवगढ़ किले का भ्रमण कराया गया । दल प्रभारी मुरलीधर राव, राकेश चौरसिया, सीमा इवनाती ने विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी प्रदान की भ्रमण के बाद दिव्यांग विद्यार्थी उत्साहित आनंद एवं प्रफुल्लित दिखाई दिए।
यात्रा वर्णन –
दिनांक 24 दिसंबर 2022 को छिंदवाड़ा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से दिव्यांग बच्चों का एक्स्पोज़र टूर आयोजित किया गया । जिला शिक्षा अधिकारी श्री गोपाल सिंह बघेल एवं सहायक परियोजना समन्वयक श्री गिरीश शर्मा जी के मार्गदर्शन में आयोजित यह यात्रा दिव्यांग बच्चों के लिए थी। जिन्होंने विगत दिनों प्रतियोगिता में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया था। यह यात्रा नोडल अधिकारी श्री मुरलीधर राव के नेतृत्व में आयोजित की गई थी। उनके साथ श्री राकेश चौरसिया श्री डेहरिया जी एवं एक महिला शिक्षिका साथी थी। विद्यार्थियों के सहयोग के लिए दो अन्य विद्यार्थी भी इस यात्रा में शामिल हुए।
यात्रा 24 तारीख को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्रारंभ हुई। जिला शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा आशीर्वचन एवं हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह यात्रा सर्वप्रथम ग्राम सिमरिया के हनुमान मंदिर पहुंची।
वहां मंदिर के दर्शन कर व नाश्ता कर देवगढ़ के लिए रवाना हो गई। इस यात्रा में दोनों वाहन चालकों सहित 19 लोग शामिल हुए थे। देवगढ़ किले की चढ़ाई को सभी बच्चों द्वारा पूरे उत्साह से चला गया एवं किले के प्रत्येक हिस्से को बहुत उत्सुकता पूर्वक देखकर उसे समझने का प्रयास किया गया।
सभी शिक्षकों द्वारा भिन्न-भिन्न जानकारियां विद्यार्थियों को प्रदान की गई। विद्यार्थियों ने पूरे किले के सभी भागों का अवलोकन पूरे उत्साह के साथ किया एवं अनेक स्थानों के फोटोग्राफ्स मोबाइल से खींचे। विद्यार्थियों की यह यात्रा अत्यंत रोचक एवं ज्ञानवर्धक थे। विद्यार्थियों ने अपनी शारीरिक कमजोरियों को नजरअंदाज करते हुए इस यात्रा का पूजा पूरा आनंद लिया। किले से नीचे उतर कर विद्यार्थियों ने एक स्थान पर बैठकर एक साथ भोजन ग्रहण किया एवं देवगढ़ के रानी साला का भी अवलोकन किया और सायंकाल लगभग 4:30 बजे सभी विद्यार्थी एवं शिक्षक गण सकुशल अपने गंतव्य पर पहुंच गए । इस यात्रा को सफल बनाने में सभी अधिकारियों कर्मचारियों एवं शिक्षकों का पूरा पूरा सहयोग प्राप्त हुआ। विद्यार्थियों के माता-पिता ने भी शिक्षकों पर विश्वास करते हुए अपने अपने बच्चों को यात्रा में जाने हेतु प्रेरित किया।